तू मेरे ख़्यालो में बाहों में सांसों में हर रोज़ सुला तुम्हें मैं लाती हूं ख़्वाबों मे तू मेरे ख़्यालो में बाहों में सांसों में हर रोज़ सुला तुम्हें मैं लाती हूं ख़...
मैं अधूरा हूँ... तुम होती तो... शायद पूरा होता! मैं अधूरा हूँ... तुम होती तो... शायद पूरा होता!
लिखते लिखते फ़िर कलम भी साथ निभाता है बन के अभिव्यक्ति किताब पे छप जाता है। लिखते लिखते फ़िर कलम भी साथ निभाता है बन के अभिव्यक्ति किताब पे छप जाता है।
नही चाहिए कुछ ज्यादा कभी भी मिले संंग तुम्हारा! नही चाहिए कुछ ज्यादा कभी भी मिले संंग तुम्हारा!
ये बंधन नहीं ये है प्यारा सा आलिंगन बंध गया इसमें स्वच्छंद बेहद खूबसूरत है जीवन। ये बंधन नहीं ये है प्यारा सा आलिंगन बंध गया इसमें स्वच्छंद बेहद खूबसूरत है जी...
निगाहें बैठी हैं तस्सबुर जिस हूर के दीदार को, वो रूठें तो हमारी दुनियां ही रूठ जाए। निगाहें बैठी हैं तस्सबुर जिस हूर के दीदार को, वो रूठें तो हमारी दुनियां ही र...